लखीमपुर खीरी – जिसमे बताया गया की महिलाओं का सम्मान सिर्फ एक परंपरा या औपचारिकता नहीं, बल्कि समाज की उन्नति और विकास की सबसे अहम बुनियाद है। आज जब हम महिलाओं की ताकत और उपलब्धियों की बात करते हैं| और साथ में उन्होंने बताया की विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों जैसे 181, 112, 1098, 1090, 102, 108 और 1076 के बारे में बताया। साथ ही घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, बाल विवाह और पॉक्सो एक्ट की जानकारी दी। महावारी के दौरान स्वच्छता और विभाग की योजनाओं पर भी विस्तृत चर्चा हुई। और नारी शक्ति के संघर्ष, संकल्प और सफलता का यह उत्सव है। दुनिया भर में इस दिन को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है| अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम में ग्राम पंचायत के सचिव शिवचंद मौर्य, पंचायत सहायक माया व अन्य लोग मौजूद रहे|

8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है महिला दिवस?

रूस में 1917 की क्रांति के दौरान महिलाओं ने बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया। उन्होंने युद्ध के खिलाफ आवाज उठाई और बेहतर अधिकारों की मांग की। महिलाओं के इस आंदोलन ने वहां की सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया, और उन्हें वोटिंग का अधिकार मिला। यह प्रदर्शन 8 मार्च को हुआ था, इसलिए इस तारीख को महिला दिवस के रूप में चुना गया। बाद में, संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 1977 में आधिकारिक रूप से 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस घोषित कर दिया। तब से लेकर अब तक, यह दिन महिलाओं के सम्मान और उनके हक की लड़ाई का प्रतीक बन चुका

By admin_kamish

बहुआयामी राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष

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