बनारस से सुभान अली पत्रकार आध्यात्मिक गुरु स्वामी ओमा द अक् जी के आश्रम पर गंगा जमुनी तहज़ीब की अनेकों मिसाल आपको हमेशा देखने को मिलेगी ये रोज़ा इफ्तार रोज़ाना ऐसी मेरे साथ मुस्लिम साथी करते है और शबेक़द्र के किसी एक रात को स्वामी जी एक बहुत बड़ी रोज़ा इफ़्तार कराते हैं पिछले 20 वर्षो से जिसमे स्वामी जी खुद एक रोज़ा रहकर रोज़े कर एहतेमाम करते है।
सलाम हैं ऐसी शख्सियत को स्वामी जी के नेक दिल को। और थप्पड़ है उन सबको जो बुराई ढूंढ़ते है मुहब्बत की दहलीज पर नफ़रत की लकीर खींचते है साकिब भारत. बनारस से सुभान अली पत्रकार
