अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कार्डिएबकान सोसायटी ने 11 दिव्यांग महिलाओं का किया सम्मान।

बीएचयू में तीन दिवसीय कांफ्रेंस के दूसरे दिन चिकित्सकों ने डायबिटीज मुक्त भारत का लिया संकल्प।

रोहित सेठ

वाराणसी कार्डियबकान सोसायटी आधी आबादी नारी तू नारायणी थीम पर काम करते हुए देश की महिलाओं को डायबिटीज मुक्त करना चाहती है। सोसाइटी फीमेल के मामले में काफी गंभीर है और उन्हें इस कदर ऊपर ले जाना चाहती है, कि पूरे समाज का उत्थान हो।

यह विचार, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में चल रहे तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस कार्डियबकान 2025 के दूसरे दिन सोसायटी की अध्यक्ष डॉ पल्लवी मिश्रा व सचिव डॉक्टर आशुतोष मिश्रा ने संयुक्त रूप से व्यक्त किया।
इन्होंने आगे कहा की देश की महिलाएं जब डायबिटीज मुक्त होगी तो देश को भी मधुमेह व हृदयाघात मुक्त होने में समय नहीं लगेगा। उन्होंने कहा की सोसायटी ने एक ऐसे जूते का इजाद किया है जिसके पहनने से मधुमेह रोग को नियंत्रित करने में सफलता मिलती है। यदि व्यक्ति इसे पहन कर प्रतिदिन 10 हजार कदम चलता है तो उसे कभी कोई स्वास्थ्य विकार नहीं आ सकती। उन्होंने कहा कि सोसाइटी ने प्रयास कर एक ऐसे पेयजल का भी ईजाद किया है,जो ऐसे बैक्टीरिया युक्त है कि जिनके प्रयोग से भी डायबिटीज के रोगी को काफी फायदा मिलेगा। समाज व विश्व स्वस्थ हो इसके लिए समिति के सदस्यों को हेल्थ ब्रांड एंबेसडर बनने की जरूरत है।

कार्डियबकान सोसायटी ने नेशनल कांफ्रेंस के दूसरे दिन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उल्लेखनीय योगदान के लिए 11 दिव्यांग व 11 सामान्य महिलाओं को अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया । सम्मान पाने वाली महिलाओं में डॉक्टर अपूर्वा, डॉक्टर ममता टंडन, डॉक्टर पंखुड़ी जैन, डॉक्टर सैफालिक राय, दिव्या वर्मा,डॉ नीति टहलानी,अंजना, उपमा पांडेय, श्यामकली, डॉक्टर सुनीता तिवारी, प्रमिला चरण, डॉ रितिका, डॉक्टर पूर्णिमा, डॉक्टर सुनीता गुप्ता, रीना सिंह, वैशाली यादव, रिचा सिंह, शीलू पांडेय, पूनम श्रीवास्तव, प्रोफेसर विनीता जयसवाल व मीरा ओझा थी।
महिला सम्मान समारोह कार्यक्रम का संचालन करते हुए दिव्यांग सशक्तिकरण राज्य सलाहकार बोर्ड के सदस्य डॉक्टर उत्तम ओझा ने कहा कि हम लोग लगातार दिव्यांग बंधुओं को समाज से मुख्य धारा से जोड़ने में लगे हुए हैं ताकि 2047 में जब देश आजादी का शताब्दी वर्ष मनाए तो उस समय हमारे दिव्यांग बंधु अपनी क्षमता से एक ट्रिलियन अर्थव्यवस्था से सुसज्जित होकर देश के आर्थिक विकास में अपना महत्व पूर्ण योगदान दे। तभी समय सही मायने में देश एक विकसित देश के रूप में स्थापित हो पाएगा।

कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन सोसायटी के डायरेक्टर डॉ अभिजीत चटर्जी मुख्य रूप से उपस्थित हुए,जिनका स्वागत आयोजन समिति की सदस्य डॉ आशुतोष मिश्रा डॉक्टर पल्लवी मिश्रा व डॉक्टर नूपुर ओझा ने संयुक्त रूप से किया
दूसरे दिन के सत्रों में हृदय,गुर्दा व मधुमेह रोग के नियंत्रण पर महत्वपूर्ण विचार सामने आए। साथ ही चिकित्सा जगत में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रोफेसर डॉक्टर सरिता बजाज प्रोडक्ट अनूप मिश्रा स्थापित आयामों पर व्याख्यान का भी आयोजन किया गया।
दूसरे दिन डॉक्टर अरविंद कुमार आर्य, डॉक्टर छवि कोहली, डॉक्टर दीपक खंडेलवाल, डॉक्टर समीर अग्रवाल डॉ अजय पांडेय डॉक्टर भागीरथ सोलंकी, डॉक्टर संदीप, डॉ राजीव अवस्थी, डॉक्टर सुनील गुप्ता, डॉक्टर सौमिक घोष, डॉ विपुल छाबड़ा, डॉ विनोद अभिचंदानी डॉ यासमीन सैयद, डॉ मुरलीधर आदि ने अपने विचार रखें। आभार सारण्या ओझा ने व्यक्त किया।

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