
ट्रेनिंग ऑफ़ ट्रेनर्स : इंटीग्रेशन ऑफ़ एआई इन टीचिंग-लर्निंग एंड रिसर्च कार्यशाला का दूसरा दिन।
रोहित सेठ

वाराणसी आज अंतर विश्वविद्यालय अध्यापक शिक्षा केंद्र, बीएचयू, वाराणसी में “ट्रेनिंग ऑफ़ ट्रेनर्स : इंटीग्रेशन ऑफ़ एआई इन टीचिंग-लर्निंग एंड रिसर्च” विषय पर छः दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन संस्थान, नई दिल्ली के चंद्र कुमार एमजे ने कुल तीन सत्रों में एआई टूल्स के बारे में सैद्धांतिक पक्षों को विस्तार से बताया और इन पर हैंड्स-ऑन प्रैक्टिस कराया। उन्होंने मार्कमैप, नीरो ऐप, स्टॉर्मजेनी, नैपकिन आदि एआई टूल्स का उपयोग करना सिखाया। साथ ही, नोटबुकएलएम, चैटजीपीटी, एडूपज़ल सहित विभिन्न टूल्स को शिक्षण, मूल्यांकन, शोध इत्यादि में उपयोग करने के लिए विभिन्न अभ्यास कार्य कराए। चतुर्थ सत्र को ब्रेन स्टॉर्मिंग के रूप में डॉ. राजा पाठक, असिस्टेंट प्रोफेसर, आईयूसीटीई ने आयोजित किया जिसमें उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स के उपयोग में आने वाली समस्याओं पर परिचर्चा की और उसके समाधान भी बताए। साथ ही, इन टूल्स के नैतिक उपयोग भी बताए। इस छः दिवसीय कार्यशाला में कश्मीर, गोवा, महाराष्ट्र, असम, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश सहित दस से अधिक राज्यों के उच्च शिक्षा के अध्यापक प्रतिभाग कर रहे हैं। इस कार्यशाला में केंद्र के शैक्षणिक व गैर-शैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यशाला का संचालन व समन्वयन डॉ. राजा पाठक ने किया।