वाराणसी 2 अगस्त विगत दिनो ताजीया जुलूस के दौरान शिया सुन्नी के विवाद में मारपीट की घटना में उत्तर प्रदेश बुनकर कल्याण समिति के अध्यक्ष शमीम अंसारी एवं अब्दुल मोमिन अंसारी ने आज पाराकर भवन में संयुक्त पत्रकार वार्ता में बताया कि पिछले दिनों दोषी पुरा में रास्ते के विवाद को लेकर जो ताजिया नक्खीघाट, शक्कर तलाब नयापुरा, दोषीपुरा से होकर अपने परंपरा मार्ग से होते हुए कर्बला लाट सरैया जाती है। उस स्थान पर जबरदस्ती शिया समुदाय द्वारा रास्ता रोकने का प्रयास किया गया रास्ता न मिलने के कारण दूसरे समुदाय के लोग ताजिया दोषी पूरा मैदान के पास जमीन पर रखकर रास्ता देने की मांग कर रहे थे जोकि परंपरा रास्ता पहले से यहाँ रहा है, मगर शिया समुदाय द्वारा जबरदस्ती रास्ता रोकने का प्रयास किया गया जिसकी सूचना अन्य शहर की ताजियादारों हुई जो काजी शदुल्लाह पूरा बड़ी बाजार आदि क्षेत्र की ताजिया थी वह सब बड़ी बाजार में ही रूक गई और उधर से उन ताजियादारों के लोग दोषी पूरा की तरफ तेजी से आए और यह देखकर शिया समुदाय के लोगों द्वारा पत्थर चलाना शुरू कर दिया यह सब घटना घट रही थी और उनके लापरवाही के कारण दोनों तरफ से पत्थरों का आदान-प्रदान होने लगा जिसमें कई लोग घायल हुए दोषीपुरा पुराना शिया सुन्नी विवाद का केंद्र रहा है, शिया समुदाय इसी का फायदा उठाकर उस लड़ाई को दोषी पूरा शिया सुन्नो में तब्दील करने का प्रयास किया और बेगुनाह दोषीपुरा के लोगों पर साजिशन गंभीर मुकदमा लिखवाया गया जो कि सरासर गलत है शिया समुदाय द्वारा पुलिस को समस्त घटना क्रम का साक्ष्य के रूप में वीडियो मौजूद है। सुन्नी समुदाय को दोषी पुरा में मोहर्रम की 1 तारीख से 13 तारीख तक मस्जिद की चाभी का आदान प्रदान पुलिस की मौजूदगी में होता रहा है इस घटना का बहाना बताकर देर रात चाची का आदान प्रदान नहीं किया गया दोषी पुरा का सारा मामला सर्वोच्य न्यायालय के निर्देशानुसार जिला प्रशासन संपन्न कराता रहा है। इस प्रकरण में पुलिस के द्वारा शिया समुदाय की कामप्लेन पर जो मुकदमा दर्ज किया गया वह सरासर गलत है । इस गिट्टी चलाने का कार्य शिया समुदाय द्वारा किया गया मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और निर्दोष लोगों पर से [F.I. R, वापस ली जाए।”

