अहिल्याबाई होल्कर के जीवन पर आधारित नाटक के मंचन में प्रथम।

06 विश्वविद्यालयों के प्रतिस्पर्धा में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित द्वितीय चरण की नाट्य प्रतियोगिता में सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय ने प्राप्त किया प्रथम स्थान

यह उपलब्धि विश्वविद्यालय की शैक्षिक उत्कृष्टता , आचार्यों और विद्यार्थियों की कडी मेहनत का परिणाम है।– कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा।

रोहित सेठ

सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के विद्यार्थियों ने 08 मार्च अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी के गांधीअध्ययन केन्द्र में “लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर” के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित विषय पर नाट्य प्रस्तुति के द्वितीय चरण में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह उपलब्धि न केवल विश्वविद्यालय के लिए, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है।

06 विश्वविद्यालयों के द्वितीय चरण।

आज इस द्वितीय चरण के नाटक प्रतियोगिता में सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी,
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ,वाराणसी,चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया,बीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय, जौनपुर, महाराजा सुहेलदेवविश्वविद्यालय,आज़मगढ़ एवं बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बांदा सहित छ: विश्वविद्यालयों ने प्रतिभाग किया जिसमें सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी को प्रथम स्थान घोषित किया गया है। यह विश्वविद्यालय के लिये अत्यन्त गौरव और स्वागत योग्य है।पूर्व में निर्धारित समिति की संयोजिका प्रो० विधु द्विवेदी एवं समिति सदस्य डॉ रविशंकर पाण्डेय ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम चरण अपने विश्वविद्यालय एवं संबंद्ध महाविद्यालयों के बीच सम्पन्न होने पर आज द्वितीय चरण में 06 विश्वविद्यायलयों के बीच हुये प्रतिस्पर्धा में यहां के विद्यार्थियों ने माता अहिल्याबाई के ऊपर आधारित नाटक के मंचन से निर्णायकों ने मन्त्रमुग्ध होकर विभिन्न मानकों के आधार पर प्रथम स्थान की घोषणा किया गया।
गौरवपूर्ण इस आशय की जानकारी होने पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की और विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि विश्वविद्यालय की शैक्षिक उत्कृष्टता और विद्यार्थियों की मेहनत का परिणाम है।
08 मार्च को राजभवन में तृतीय चरण का मंचन।
यह कार्यक्रम राजभवन के निर्देश पर आयोजित किया गया था और इसका तृतीय एवं अन्तिम चरण राजभवन लखनऊ में 08 मार्च को 2025आयोजित किया जाएगा। विश्वविद्यालय के विद्यार्थी इस चरण में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे और विश्वविद्यालय का सम्मान बढ़ाने का प्रयास करेंगे।
उक्त अवसर पर इस समिति की संयोजक प्रो विधु द्विवेदी, प्रो जितेन्द्र कुमार, प्रो विद्या कुमारी, डॉ रविशंकर पाण्डेय आदि उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *