रिपोर्ट:पवन चौधरी

मथुरा।मौसम ने अचानक करवट बदल ली। मथुरा में आंधी-पानी और ओलावृष्टि ने पकी फसलों को बर्बाद कर दिया। गेहूं और सरसों की फसल में भारी नुकसान से किसान चिंतित हैं।

मथुरा के तहशील मांट क्षेत्र नौहझील में शनिवार सुबह लगभग 6 बजे से तेज आंधी के कुछ देर बाद बारिश और ओले गिरना शुरू हो गए, जिससे गेहूं, सरसों और आलू की फसल में भारी नुक़सान है। किसानों ने सरकार से सर्वे करा मुआवजे की मांग की है।

जानकारी अनुसार रायपुर,फरीदमपुर,भैरई,मुसमुना,मनीगढ़ी,नानकपुर,शल्ल,जरैलिया,तिलकागढ़ी,मुडलिया,घसियागढ़ी,बाजना,मानागढ़ी सहित क्षेत्र के अन्य गांवों में तेज आंधी के साथ बारिश के बाद ओलावृष्टि हुई, जिससे गेंहू की फसल खेतों में बिछ गई और ओलावृष्टि से सरसों की फसल का फूल झड़ गया और आलू की फसल में भी नुकसान है।


अचानक हुई बारिश से किसानों के माथे पर चिंता की सरवट साफ दिखाई दे रही हैं।आंधी से कई विशालकाय पेड़ भी धाराशाई हो गये और शादी के लिए लगे टेंट भी तहस-नहस हो गए। मार्च माह के शुरुआत में हुई बेमौसम आंधी, बारिश व ओलों से किसानों की फसल चौपट हो गई है। किसानों ने बताया कि गेंहू फसल के लिए सालभर इंतजार करते हैं लेकिन तेज आंधी, बारिश व ओलावृष्टि से फसल पूरी तरह चौपट हो गई है।बेमौसम हुई बारिश व ओलावृष्टि से किसान खून के आंसू रोने को मजबूर हैं।

किसानों ने बताया कि बेमौसम बरसात से हुए गेंहू की फसल में नुकसान से गेंहू की उत्पादन क्षमता कम होगी। किसान नेता राजकुमार तौमर,, सोनवीर प्रधान आदि ने सरकार से खेतों के सर्वे करा मुआवजे की मांग की है।


वही भट्टो के लिए पकने को रखीं कच्ची ईंटें गलीं
क्षेत्र में बारिश व ओलावृष्टि से ईंट भट्टा कारोबारियों का भी काफी नुकसान हुआ है।ईंट भट्टा पर मजदूरों के फड़ पर पकने को रखीं तैयार कच्ची ईंटें बारिश व ओलों से क्षतिग्रस्त होकर पानी भरने के कारण गलकर खराब हो गयीं,ईंट भट्टों में आज से ही ईंट पकाई का काम शुरू हुआ है।जिसके लिए कल शुक्रवार को ईंट भट्टों में आंच डाली गई थी जो कि काफी ईंट भट्टों में बारिश के चलते आंच बुझ गयी।ईंट भट्टों में शुरुआती आंच डालने में काफी लागत लगती है। भट्टा संचालकों का काफी नुकसान नजर आ रहा है।

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