
सरदार इकरामुद्दीन साहब के सदारत में बनारस के सभी तंजीमो के सरदार साहबान और उनके काबिना के लोगो के साथ एक अहम बैठक हुई संपन्न।
रोहित सेठ



वाराणसी में मुस्लिम समाज में शादियों में कम खर्च करने और बच्चो को तालीम पर ज्यादा ध्यान देने को ले कर पिछले कई महीनों से सभी बुनकर बिरादराना तनजीमो की बैठके चल रही है । मुस्लिम समाज में हो रहीं शादियों में कम से कम खर्च हो उसके लिए सात तरह की बाते सभी तमजीमो की सहमति से तय की गई है और उसपर अमल करने के लिए आज दि 24/02/25 को बड़ी बाजार स्थित मौलाना बुनकर हॉस्पिटल में बुनकर बिरादराना तंजीम बायिसी के सरदार इकरामुद्दीन साहब के सदारत में बनारस के सभी तंजीमो के सरदार साहबान और उनके काबिना के लोगो के साथ एक अहम बैठक हुई । इस बैठक में बुनकर बिरादराना तंजीम बावनी के फैसल महतो । बायीसी तंजीम के सरदार हाजी हाफिज मोइनुद्दीन साहब। चौदहो के सरदार हाजी मकबूल हसन साहब । बारहों के सरदार हासिम साहब । पांचों के सरदार अली अहमद साहब और जियाउल हसन साहब और हाजी रमजान सहन । अपने अपने काबीना के साथ सामिल हुए । सभी तंजिमों के सरदार साहबान ने सर्वसम्मति से आज ये एलान किया की शादी के जो सात नए नियम कानून बने है वो दि0 01/03/2025 से लागू हो जायेगा । इस मौके पर सरदार इकरामुद्दीन साहब ने कहा कि आज जिस तरह के माहौल चल रहे है उस माहौल को देखते हुए और आज जो कारोबार की हालात इतने खराब हो गए है हर कोई अपने अपने रोजगार से परेशान है रोजगार के तलास में बनारस से लाखों की तादाद में लोग पलायन हो गए है और इनकी संख्या रोज रोज बढ़ती जा रही है इसके साथ बिजली विभाग की मार हम बुनकरों पर पड़ रही है नगर निगम द्वारा बुनकरों के मकानों को कमर्शियल किया जा रहा है । हर तरफ से मार हम बुनकरों पर पड़ रही है इसके साथ और भी मसाइल है । इस लिए बनारस के सभी बुनकर बिरादराना तंजीम के सरदार ने मिल कर ये तय किया है की हम सब शादियों में हो रहे फिजूल खर्च को रोक कर बच्चो की तालीम पर उन पैसों को खर्च करेंगे । उसीको देखते हुए आज इस अहम पंचायत में मुस्लिम समाज के सभी तंजीमो की सहमति से शादी को ले कर कुछ अहम फैसले लिए गए है जिसको हम सभी लोगो ने उसपर अमल करने का एलान किया है शादियों में 6 नियम पहले ही तय किए गए थे आज की बैठक में सभी तंजीमों की सहमति से एक और नियम बढ़ाए गए है वो है । निकाह के बाद दूल्हा । दुल्हन की बिदाई लेने के लिए अपने घर के कम से कम पांच या ज्यादा से ज्यादा दस लोगो के साथ दुल्हन के घर बिदाई लेने जायेगा । बाकी के जो 6 नियम है वो उसी प्रकार रहेंगे । वो फैसले और नियम इस प्रकार है ।
जा़बता ए अमल
1- बरात के आने जाने पर रोक लगाई जाती है सिर्फ दूल्हा के घर की चंद औरतें दुल्हन के घर जाएंगे और दुल्हन को रुखसत कर कर अपने घर ले आएंगी।
2- लड़का और लड़की वाले की तरफ से दामाद । समधी और समधन की खुशीशी दावत पर रोक लगाई जाती है सिर्फ आम तरह से दावत में शामिल होंगे ।
3- निकाह की तरकीब लड़का के घर या मस्जिद में होगी ।
4- अगर किसी के घर लड़का और लड़की दोनों का निकाह होना पाया है तो अपने सहुलत के हिसाब से निकाह कर रस्म अदायगी कर ले वो उनके ऊपर है , लड़का के वलीमा के पहले लड़की का निकाह कर दिया जाए ताकि दुल्हन का सोहर वलीमा के दावत में घर के एक फर्द की तरह शामिल हो सके।
5- मेहर 111 ग्राम चांदी या नगद चांदी के बराबर अदा किया जाए ।
6- वलीमा बड़ी सादगी से किया जाए वलीमा में एक तरह का खाना होना चाहिए चाहे मुर्ग, बकरा या अपने सहूलियत के हिसाब से एक तरह रख सकते, स्टाटर वगैरा या दूसरे तरह के खाने पर रोक लगाई जाती है ।
यह सात अहम फैसले लिए गए है जिसे मुस्लिम समाज के सभी लोगो को अमल करना है । जो आज बनारस के सभी बुनकर बिरादराना तंजीमो ने सर्वसम्मति से फैसला कर इस दि 01/03/2025 से लागू करने का एलान किया निजामत अनवारूल हक अंसारी साहब ने किया । इस पंचायत में आए हुए सभी लोगो का स्वागत पार्षद हाजी ओकास अंसारी ने किया । तिलावते कुरान मौलाना मुफ्ती जियाउर्रहमान साहब ने की । इस मौके पर सरदार इकरामुद्दीन साहब और सरदार हाजी हाफिज मोइनुद्दीन साहब के साथ मौजूद सरदार मकबूल हसन । सरदार हासिम । फैसल महतो । अली अहमद । जियाउल हसन। हाजी रमजान । अफरोज अंसारी । हाजी बाबू । हाजी यासीन । हाजी तुफैल । हाजी ओकास अंसारी पार्षद । गुलशन अली पार्षद । हाफिज नसीर । हाजी महबूब अली । हाजी मो0 स्वालेह । बाबू लाल किंग । हाजी मुमताज । हाजी गुलाब । हाजी इस्तियाक। आफताब अंसारी । मौलाना बेलाल । पार्षद तुफैल अंसारी। हाजी मो0 हारून । हाजी जालिस । जैनुल हुडा । हाजी बेलाल । जहांगीर । एखलाक महतो । हाजी कलम फन्नी । हाजी नियाज़ । सुलेमान अख्तर । जलालुद्दीन । सरदार अमीनुद्दीन । मोहम्मद हारून। सहित सभी बुनकर बिरादराना तंजीम के काबीना के लोगो के साथ सभी मुहल्ले के सरदार एवम महतो साहबान अपने अपने काबीना के साथ सामिल हुए ।