*गणित शिक्षकों को बनाया जा रहा तकनीकी शिक्षा के लिए पारंगत*
• आर.ई.सी. लि०के सामाजिक निगमित उत्तरदायित्व के तहत हो रहा सराहनीय कार्य।
• कार्यशाला में शिक्षकों को टी एल एम संबंधित डिजिटल जानकारी प्रदान की गई।

सूरज गुप्ता
सिद्धार्थ नगर
बेसिक स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने की दिशा में जनपद सिद्धार्थ नगर के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में आर.ई.सी. लि० के सामाजिक निगमित उत्तरदायित्व के तहत एवं यूनिसेड के द्वारा बहुत ही सराहनीय कार्य किया जा रहा है। जिला सिद्धार्थ नगर के 100 विद्यालयों में आर.ई.सी लि० के सामाजिक निगमित उत्तरदायित्व के तहत परियोजना जिज्ञासा लैब एवं सौर ऊर्जा चलित स्मार्ट कक्ष स्थापित कराई गई। जिनके माध्यम से बच्चों का मानसिक , बौद्धिक एवं तकनीकी विकास होगा। बच्चे भविष्य में एक नई ऊंचाई , नया मुकाम हासिल कर सकेंगे। शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने हेतु विज्ञान एवं गणित का नई तकनीकी से अध्ययन करने हेतु आर.ई.सी लि० एवं यूनिसेड के माध्यम से जनपद सिद्धार्थ नगर में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें आज दिनांक 18.02.2025 को आर०ई०सी० लि० एवं यूनिसेड से आच्छादित 100 विद्यालयों के गणित शिक्षकों का प्रशिक्षण के साथ शुभारंभ किया गया। इस कार्यशाला में मुख्य संसाधन के रूप में हैदराबाद से गणित विशेषज्ञ श्री अनिरुद्ध कुमार के द्वारा गणित को तकनीकी पूर्ण , सरल एवं सहज बनाने के लिए गणित शिक्षण सामग्री का उपयोग करना बताया गया । जिसमें आज पाइथागोरस प्रमेय , कोण , त्रिभुज , गुणन और भाग के सहज प्रयोग और अन्य तकनीकि टिप्स प्रदान किए गए। आज की कार्यशाला में चयनित विद्यालयों में सेवारत गणित शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। आर ई से लि० और यूनीसेड की ओर से आयोजित कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य युवा नवोन्मेषकों के बीच नवाचार की मदद करने और उसे बढ़ावा देना है।
विषय विशेषज्ञों के माध्यम से कार्यशाला में बताया गया कि जिज्ञासा लैब क्या है। यह योजना छात्रों को नए विचारों का पता लगाने, उनका परीक्षण करने और ‘करके सीखने’ के दृष्टिकोण का पालन करने में सक्षम बनाती है। जिज्ञासा लैब में न केवल प्रयोग करने के लिए उचित उपकरण हैं, बल्कि एक आदर्श शांतिपूर्ण माहौल और समान रुचियों वाले साथियों की संगति भी है जो सीखने की प्रक्रिया को और तेज़ बनाती है और अधिक ध्यान आकर्षित करती है। इसके अलावा, छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, औज़ारों और उपकरणों के गलत इस्तेमाल से बचने और सबसे महत्वपूर्ण रूप से छात्रों के “कैसे, क्या और क्यों” के सवालों का जवाब देने के लिए गाइड और लैब सहायक भी हैं।
उत्तर प्रदेश के जनपद सिद्धार्थ नगर के 100 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञान और गणित की शिक्षा को गुणवत्ता पूर्ण बनाने हेतु जिज्ञासा लैब सोलर स्मार्ट क्लास संचालित कराई जा रही हैं।
आयोजित कार्यशाला में प्रतिभागी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं एवं यूनिसेड टीम आदि उपस्थित रही।