रिपोर्ट : आलोक मालपाणी
सहसवान/बदायूं : डी.पी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एन.एस.एस. के सात दिवसीय विशेष शिविर का तीसरा दिन था। तीसरे दिन का विषय रहा ‘ डिज़िटल इंडिया और साइबर क्राइम ‘ जिसके अंतर्गत स्वयं सेवक व सेविकाओं ने कार्य स्थल ग्राम प्रीतम नगला में जाकर रैली निकाली और ग्रामीणों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक किया।
बौद्धिक सत्र की अध्यक्षता करते हुए प्रचार्य डॉ निशान्त असीम ने कहा कि आज का डिज़िटिल युग जहाँ एक ओर जीवन में रफ्तार और सुलभता लाया है वहीं दूसरी ओर इसके बढ़ते प्रचलन से अपराध भी बढ़े हैं और जाने-अनजाने लोग इसके शिकार भी हो रहे हैं। साइबर अपराध वह अपराध होता है जो कम्प्यूटर, इंटरनेट या मोबाइल टेक्नोलॉजी का उपयोग करके किया जाता है। जागरूकता और सतर्कता ही इसका एकमात्र बचाव है।

मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. नीलोफ़र खान ने साइवर क्राइम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि साइवर क्राइम आजकल एक आम बात हो गयी है। साइबर अपराधी सोशल नेटवर्किंग साइटों, ईमेल, चैट रूम, नकली सॉफ्टवेयर, वेबसाइट आदि प्लेटफॉर्मों का उपयोग करके करते हैं। इनका मुख्य उद्देश्य पैसे की ठगी करना होता है। इसलिये हमें सावधानी से मोबाइल फोन आदि का प्रयोग करना चाहिये।
इस अवसर पर वाणिज्य प्रवक्ता निक्की माहेश्वरी ने कहा कि साइबर क्राइम में डेटा हैक करके भारी नुकसान पहुँचाया जा सकता है। इसलिये हमें डिज़िटल उपकरणों का प्रयोग सावधानी पूर्वक करना चाहिए।

महाविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. एम. पी. सिंह, हरीश राठौर, तृप्ति सक्सेना, निक्की माहेश्वरी, मोहित भारद्वाज, ज्ञानेंद्र कश्यप, सुरजन यादव, मेहनाज़ नक़वी आदि प्रवक्ता गण उपस्थित रहे।
सूरज, प्रियंका, शिवम ठाकुर खुशबू, शिवम, योगिता, धनुष पाल, अमित, शिवम, शिवम शर्मा, अल्फ़ाज़, कालीचरण, मुहम्मद शमी, पूजा, नीलम, शारदा, निक्की, चांदनी, पूनम, नीता, आदि का विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता अनुष्का माहेश्वरी ने किया।