रिपोर्ट_ मोहम्मद ज़ीशान तहसील प्रभारी धामपुर
बिजनौर। जीएसटी विभाग की ओर से बैठक कर व्यापारियों को टैक्स जमा करने के लिए कहा जा रहा है। जिले में 1665 व्यापारी ऐसे हैं, जिन पर 12 करोड़ जीएसटी बकाया है। इन फर्मों का टीम ने निरीक्षण भी किया।मगर, इन्होंने टैक्स जमा नहीं किया। इसके चलते अब इन व्यापारियों के बैंक खाते फ्रिज करने, संपत्ति की कुर्की और नीलामी की जाएगी। जिलेभर के करीब 27 हजार व्यापारी जीएसटी विभाग में पंजीकृत हैं। इनमें से कुछ व्यापारी ऐसे हैं, जो जीएसटी चोरी कर रहे हैं। खरीद-फरोख्त के विपरीत टैक्स जमा कर रहे हैं। इससे सरकार को राजस्व की हानि हो रही हैं। जीएसटी विभाग की ओर से लगातार पंजीकृत फर्मों का निरीक्षण कर जांच की जा रही है। जीएसटी जमा नहीं करने वाले 1665 व्यापारियों पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है। टैक्स जमा नहीं करने पर इनके बैंक खाते फ्रिज किए जाएंगे। साथ ही जिले के 10 बड़े बकाएदारों की सूची प्रशासन को दी जा रही है। ताकि इनकी गिरफ्तारी, संपत्ति कुर्की और नीलामी की कार्रवाई की जाए।

जीएसटी विभाग प्रशासन से भी व्यापारियों की चल अचल की संपत्ति की सूचना प्राप्त कर रहा हैं। जिन व्यापारियों ने टैक्स जमा नहीं किया है, उनकी संपत्ति की तहसील, नगरपालिका, नगरपंचायत से सूचना ली जा रही है। जीएसटी में पंजीकृत व्यापारी को हर महीने की 20 तारीख को जीएसटी रिटर्न दाखिल करना होता है। इसमें व्यापारी को खरीद, बिक्री, कर आदि की जानकारी देनी होती है। सितंबर माह में रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि आज है। प्रमुख सचिव नियुक्त एवं राज्यकर एम देवराज ने जूम मीटिंग कर अधिकारियों को जीएसटी जमा कराने के लिए निर्देशित किया। जो व्यापारी टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए, ताकि राजस्व की पूर्ति की जा सके। राजीव आर्थर, संयुक्त आयुक्त, कार्यपालक, जीएसटी, बिजनौर ने बताया की जिले में 1665 व्यापारियों की फर्मों का निरीक्षण किया गया। इसके बाद भी उन्होंने जीएसटी जमा नहीं की। अब उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। जीएसटी जमा नहीं करने पर संपत्ति की कुर्की और नीलामी, बैंक खाते फ्रिज करने की कार्रवाई की जाएगी। –