रिपोर्ट-रोहित सेठ
मूंग जनकल्याणी मालवीय 16 की नई परजाती बीज का निशुल्क वितरण कुदरत कृषि शोध संस्थान टंडीया जखिनि वाराणसी मे श्री प्रकाश सिंहव रघुवंशी के नेतृत्व में पूर्वांचल के किसानों को किया जा रहा है ताकि इस बीज से किसान उन्नत बीज बना सके। इस परजाती मे ये विशेषता यह है कि पीला रोग नहीं लगता है मात्र 55 दिनों में पूरी फसल तैयार हो जाती है फसल तैयार होने के बाद एक साथ कटाई भी की जाती है! इसमें लेबर खर्च बहुत कम होता है कम लागत में अधिक लाभ किसानों को मिलता है! इसको लगाने से भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है! श्री प्रकाश सिंह रघुवंशी ने बताया कि जैविक खेती के लिए इस फसल से किसानों को पूरा सहयोग मिलता है! बुआई का मार्च एवं अप्रैल हैबीच की मात्रा 6 किलोग्राम प्रति एकड़ होती है इसका उत्पादन 6 से 7 कुंतल जाता है। निशुल्क बीज के लिए आप संस्था से संपर्क कर सकते हैंदेश के यशस्वी प्रधानमंत्री का भी यही सपना है किसानों के लिए कम लागत ज्यादा मुनाफा।