रिपोर्ट नसीम अहमद मंडल मीडिया प्रभारी मुरादाबाद
हल्दौर!क्षेत्र के गांव छजुपुरा सादात स्थित इमाम बारगाह में ईद ए गदीर के उपलक्ष में एक महफिले मकासिदा का आयोजन किया गया।
महफिल का आगाज मौलाना मौहम्मद रजी महदवी द्वारा तिलावते कलामे पाक तथा रईस जैदी की नाते पाक से हुआ । महफिल का संचालन शाही वास्ती ने किया ।
रईस ज़ैदी ने कहा कि-
सूए तैबा जो सफ़र हो तो मजा आ जाये ।
उनके कूचे से गुजर हो तो मजा आ जाये ।
अम्मार हैदर ने कलाम पढ़ा कि-
सज गया मिम्बरे पालान गदीरे खुम में ।
होगा मनकुंतो का एलान गदीरे खुम में।
रियाजुल हसन ने कहा कि
दो आफ़ताब चमके जो मिम्बर पे एक साथ |
कुछ हाजियों को आ गया चक्कर गदीर में।
मौहम्मद रज़ा बडडू ने पढ़ा कि-
किरदारे एहलेबैत से ख़ुद को संवारिये ।
क्योंकि ये कायनात अभी है अभी नही ।
नायाब हैदर ने पढा कि-
बेहतर से बेहतर रोज़ों का नाम सुना हमने तो शरीफ़
सारे जहां में अशरफ़ है तो सिर्फ़ अली का रोज़ा है।
निजामत कर रहे शाही वास्ती ने कलाम पढ़ा कि-
जशने विलाए नुकतए बा है गदीर में। कुरआन पूरे कद से खड़ा है गदीर में।
मौलाना मौहम्मद रजी महदवी ने पढ़ा कि-
पढ़ो तो अपनी किताबों के बाद मेरी किताब ।
बहादुरों की भी तारीख कागजात में है ।
महफिल में इनके अलावा मौ० अब्बास, सादिक़ रज़ा, मुन्ताज़िर मैहदी, आमिर ज़ैदी, हसन अब्बास, अम्मार अली , अरमान अली आदि ने भी अपने अपने कलाम पढ़े।