बहुआयामी समाचार से नागेन्द्र प्रजापति प्रयागराज ब्यूरो चीफ की खास रिपोर्ट
आगरा। आगरा जिले में माननीय मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी द्वारा बनी गौ शालाओं में गौ माताओं की हालत बहुत गंभीर रूप से खराव है जहां गौशाला की देखरेख ग्राम प्रधानों और सचिवों को दे रखी है वो लोग अपनी जैब भरने में लगे हैं जैसे कुछ दिन पहले सैंया में बनी सरकारी गौ शाला में दस गौ माताओं की मौत तथा एटा जिले में 28गौ माताओं को कटा था व अप्रैल में 28 गौ माताओं को लापता कर दिया गांव तेहरा की गौ शाला से जिसकी सूचना आगरा जिलाधिकारी और माननीय मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी जी को ओन लाइन द्वारा दी थी जिसकी रसीद आज भी है संत धर्म दास महाराज के पास। कौन लोग हैं जो हमारे देश में हिन्दू धर्म को खंडित करने में लगे हैं।जे वो लोग हैं जो हमारे बीच रह कर भी हमारे भगवान को नहीं मानते हैं हमारे भगवान की मूर्तियों को फोड़कर फैक देते हैं। क्योंकि जो लोग हमारे भगवान को नहीं मानते वो हमारी गौ माताओं को कैसे मानेंगे। संत धर्म दास महाराज ने बताया कि गांव तेहरा के खोर में बनी सरकारी गौ शाला को ग्राम पंचायत सचिव सरिता छत्रपति और ग्राम प्रधान राजेश कुमार मौर्य ने जन अर्धांगिनी फाउंडेशन को आजीवन चलाने हेतु दी थी लेकिन चार महीने बाद जब गौ शाला में गौ माताओं की देखरेख अच्छी तरह से चलने लगी तो सचिव सरिता छत्रपति और प्रधान राजेश कुमार मौर्य ने संत धर्म दास महाराज को हटा दिया।

इसका कारण यह था कि संत धर्म दास महाराज गौशाला पर हनुमान जी महाराज की प्रतिमा स्थापित करना चाहते थे जो संत समाज का कर्म है कि भगवान की सेवा करना और गौ माताओं की सेवा करना। ग्राम प्रधान राजेश कुमार मौर्य बसपा पार्टी का कार्यकर्ता हैं जो बुद्ध धर्म को मानता है जो हमारे भगवान को नहीं मानता।जे वो लोग हैं जो गौ माताओं के निबले को भी खा रहे हैं और सरकारी अधिकारी भी शामिल है जो इनका साथ दे रहे हैं जैसे – बी डी ओ सैंया, ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम पंचायत लेखपाल अन्य कार्यकर्ताओं की मिली जुली खिचड़ी पक रही है जो गौ माताओं के नाम पर धन कमाने में लगे हैं संत समाज को जाने के बाद एक महिने में गौ माताओं की हालत देखो तो एक गौ माता रोजना मर रही है और गौ शाला के खेत की फसल को खा रहे हैं सरकार की आंखों में धूल झोंककर करोड़ पति बनना चाहते हैं। गांव तेहरा में प्रधान और सचिव के द्वारा गौ शाला में 10 लाख रुपए का घोटाला हुआ है जिसके प्रमाण संत धर्म दास महाराज के पास है तथा जन अर्धांगिनी फाउंडेशन को आजीवन चलाने के लिए दी थी उसका भी सरकारी स्टाफ पर दो के हस्ताक्षर हैं और नोटरी भी है जो गौ शाला किसी संस्था को चलाने के लिए दी हो।उसे लेने का क्या मतलब है कौन से संविधान में लिखा है। प्रधान राजेश कुमार मौर्य बसपा पार्टी में शामिल होकर भारतीय जनता पार्टी को बदनाम करने में लगा है।जो माननीय मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी महाराज को गालियां देते हैं तथा ठाकुर समाज पर हरिजन एक्ट लगाने में जुटा है जैसे तेहरा गांव के गौ सेवक जसवीर सिंह धाकरे के पीछे लगा है। उत्तर प्रदेश सरकार में कोई व्यक्ति ऐसा नहीं है जो गौ माताओं पर हो रहे अत्याचार को रोक सकें। माननीय मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी महाराज जी आप भी इस बात से सहमत है कि विरोधी पार्टी आपके सामने गौ माताओं पर अत्याचार करते रहे। संत समाज का कोई रखवाला नहीं है उत्तर प्रदेश में जो गौ माताओं और संत समाज का साथ दे सके। कहीं गौ माताओं को काटा जा रहा है कहीं तस्करों को बैचा जा रहा है इस कलयुग में कोई मदद के लिए तैयार नहीं है जो गौ माताओं की रक्षा कर सके। उत्तर प्रदेश में बहुत संगठन, सेना और गौ सेवक है लेकिन गौ माताओं की रक्षा क्यों नहीं हो पा रही है