बहुयामी समाचार ब्यूरो चीफ इन्द्र जीत सिंह वर्मा
,बाराबंकी कबहुं क न फल भखै नदी न संचय नीर,परमारथ के कारने साधुन धरा शरीर” जी हां हम बात कर रहे हैं श्री राम वन कुटीर हड़िया कोल आश्रम बाराबंकी की जहां सभी धर्मों से ऊपर उठकर “नर सेवा नारायण सेवा” के तहत दूर दराज से आए हुए गरीब रोगी मरीजों यानी दरिद्र नारायण की निस्वार्थ भाव से देश विदेश से प्रख्यात डाक्टरों व सेवा भावी दलों द्वारा सेवा की जाती रही है। जिसमें जनवरी फरवरी माह में आश्रम में स्थापित स्वामी रामदास जी महाराज स्मृति चिकित्सालय में विशाल नि:शुल्क नेत्र आपरेशन शिविर में मोतियाबिंद नेत्र, हार्निया, हाइड्रोसील,यूट्रस,पाइल्स आदि के नि:शुल्क आपरेशन किए जाते रहे हैं।इसी क्रम में जनवरी फरवरी माह 2023 में हुए नेत्र आपरेशन हुए मरीजों को नि:शुल्क नेत्र परीक्षण करके डाक्टरों की टीम नि:शुल्क चश्मा वितरण कर रही है। लखनऊ के डाक्टरों की टीम जिसमें डा0प्रदीप कुमार, डा0संजीव कुमार,डा0कोमल सिंह,डा0विशाल यहां आपरेशन करवाए हुए मरीजों का नेत्र परीक्षण करके चश्मा वितरित कर रहे हैं। नि:शुल्क चश्मा पाकर मरीजों के चेहरों पर मुस्कान छा गई।

मानवता की सेवा के लिए विश्व प्रसिद्ध श्री राम वन कुटीर हड़िया कोल आश्रम बाराबंकी जो कि एक आस्था का केन्द्र भी है क्योंकि यहां पर एक हनुमान जी का विशाल मंदिर भी है जो कि यहां पर आने वाले लोगों ने मंदिर का नाम रोगहरण श्री हनुमान जी महाराज मंदिर रख दिया। लोगों की मान्यता है कि विशाल नेत्र शिविर के समय संकटमोचन रोगहरण हनुमान जी स्वयं विराजमान रहते हैं। जबकि क्षेत्रीय ग्रामीणों की मान्यता है कि आश्रम में हनुमान जी के विराजमान होने से क्षेत्र में कोई भी दैवी आपदाएं नहीं आती यह सब हड़ियाकोल आश्रम में विराजमान महाप्रभु हनुमान जी की ही कृपा है।