बाराबंकी कोतवाली नगर क्षेत्र में ग्रीन सिटी के निकट नहर में 30 अक्टूबर की सुबह लावारिस दशा में मिली नवजात बालिका की इलाज के दौरान मौत हो गयी। मौत के 72 घंटे के उपरांत गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद चाइल्ड लाइन टीम के सदस्यों द्वारा नागेश्वरनाथ के शमशान घाट में नवजात के शव का अंतिम संस्कार किया गया।

गौरतलब है कि 30 अक्टूबर की सुबह नगर कोतवाली क्षेत्र के ग्रीन सिटी चौपुला के पास नहर की झाड़ियों में पन्नी में लिपटी नवजात बालिका पड़ी थी। ग्रीन सिटी के पास झोपड़ी बनाकर रह रहे गोंडा बसंतपुर थाना मोहम्मदपुर खाला निवासी ज्योति पुत्री राजकुमार व चंदन पुत्र राम चरन ने शौच जाते वक़्त नवजात को पन्नी में छटपटाते देखा तो उठा लाये और नवजात बालिका की हालत खराब होने पर चाइल्ड लाइन 1098 की टीम को नवजात मिलने की सूचना दी थी। सूचना पर पहुंची चाइल्ड लाइन 1098 की टीम नवजात बालिका को इलाज के लिए पहले जिला अस्पताल और फिर लोहिया अस्पताल ले गई किंतु वह बच नही पाई। इलाज के दौरान लावारिस नवजात की मृत्यु होने पर नियमता 72 घंटे के बाद आज गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद चाइल्ड लाइन के निदेशक रत्नेश कुमार, टीम के सदस्य प्रदीप कुमार, जियालाल, अंचल कुमार, अमित कुमार, समाजसेवी गंगाराम सहित अनेक लोगों ने नागेश्वरनाथ के शमशान घाट में नवजात कन्या के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
ब्यूरो चीफ इन्द्र जीत सिंह वर्मा