
औरैया ! प्राथमिक विद्यालय एक कर्मचारी व मास्टर 9:00 बजे के बाद एंट्री होती है जबकि 9:00 बजे का स्कूल है विद्यालय के मास्टर वा अन्य कर्मचारी स्कूल के टाइम से नहीं पहुंचते हैं और आपको बताते कि वहां देखा गया तब 9:30 बजे के बाद एंट्री हुई कुछ बच्चे खेलते रहते हैं कुछ बच्चे शोर शराबा करते रहते हैं स्कूल में टीचर आपस में बातें करते रहते हैं एकत्रित होकर जबकि स्कूल में दो टीचर है और दो मैडम जी है वहां देखा तब वहां एक विद्यार्थी के गार्जियन ने मास्टर वा मैडम से शिकायत की टीचर बोले कि बच्चे चोरी करते हैं टीचर बोले बच्चे मेरी ही चोरी कर लेते हैं लेकिन टीचर कुछ नहीं जानते वहां क्योंकि बातों मैं लगे रहते है टीचर एक दूसरे से गांव की बातें करते रहते हैं वहां पढ़ाई के मामले में कोई बच्चों की सुनवाई नहीं होती है जब मैंने मास्टर और मैडम से पूछा तो मास्टर बोले यह तो मेरे ही बच्चे पैन चुरा लेते हमको पता ही नहीं लगता जब वहां का बच्चा और गुरु ऐसा होगा तो आगे भविष्य में बच्चों पर क्या असर पड़ेगा जबकि बच्चों के माता-पिता गुरु को बड़ा दर्जा देते हैं कि मेरा बच्चा शिक्षक बने आगे पढ़ लिखकर कुछ बन सके लेकिन इस प्राथमिक विद्यालय विकासखंड अजीतमल औरैया ग्राम बेलाझार के प्राथमिक विद्यालय में वह शिक्षा बच्चों को नहीं मिलती जो कि अन्य प्राथमिक विद्यालय में मिलती है यह क्यों नहीं मिलती है मास्टरों की लापरवाही की वजह से नहीं मिलती मास्टर कुर्सी पर बैठे रहते हैं और गपशप मारते रहते हैं जबकि इनको वेतन दिया जाता है टाइम 2टाइम प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को शिक्षा क्यों नहीं दी जाती है कॉलेज में मास्टर टाइम टाइम से मौजूद रहे विद्यालय के अंदर और बच्चों को यही शिक्षा दें कि टाइम से लंच और टाइम से छुट्टी का समय और टाइम से स्कूल आने का समय स्कूल में पढ़ाई पर विशेष ध्यान दें अन्य बातें पर ध्यान कम दे बच्चों की शिक्षा पर और भविष्य पर ध्यान देना अनिवार्य है।

रिपोर्टर रजनीश कुमार